KK Pathak: शिक्षा विभाग को बेहतर बनाने के लिए इन दिनों बिहार में के के पाठक ने एक अलग ही रूप धारण किया हुआ है। चाहे स्कूली शिक्षक हो या फिर कोई विद्यार्थी के के पाठक के फरमान को नजर अंदाज़ नहीं किया जा सकता है।
आपको बता दें की स्कूल वयवस्था को सुधारने के लिए अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने कड़े कदम उठाए हैं। शिक्षा के मामले में किसी भी चीज़ को बर्दाश्त नहीं करने वाले केशव कुमार पाठक अब तक कई हजार शिक्षकों और अधिकारीयों पर कार्रवाई कर चुके हैं। शिक्षा विभाग में मिल रही शिकायतों पर लगातार ताबड़तोड़ एक्शन लिया जा रहा है।
हाइलाइट्स
KK Pathak का कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
दो महीने पहले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को स्थापित किया था। जहाँ सभी स्कूलों की शिकायतों पर एक्शन लिया जाता है।
आपको बता दें शिक्षा विभाग के तरफ से इसके लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया था। इसके तहत कोई भी स्कूली शिक्षक या वयक्ति किसी भी तरह के गड़बड़ी के लिए टोल फ्री नंबर पर शिकायत कर सकता है। जिसका समाधान तुरंत किया जाता है।
इतने शिकायतों का अब तक हुआ निबटारा
के के पाठक के उठाए इस शख्त कदम से यह लाभ हुआ कि दो माह के भीतर इस प्रक्रिया के मुताबिक़ 7,263 (सात हजार दो सौ तिरेसठ) मामले शिक्षा विभाग के पास आए जिस पर त्वरित कार्रवाई की गई है। इनमें से लगभग 5,100 शिकायतों का निबटारा भी हुआ।
बाकी के लगभग 2000 शिकायतों पर अब भी निबटारा होना बाकी है। जिसके लिए के के पाठक ने शख्ती से मामले को सुलझाने की बात कही है। और मामले को निबटारा नहीं करने के लिए अस्पष्टीकरण माँगा है। अन्यथा ऐसे अधिकारीयों पर भी कार्यवाही की जा सकती है।
13 जिलों से आई सबसे ज्यादा शिकायतें
मुजफ्फरपुर | 456 |
पटना | 557 |
गया | 345 |
नालंदा | 342 |
नवादा | 312 |
भागलपुर | 345 |
सहरसा | 212 |
मधेपुरा | 344 |
सुपौल | 232 |
मधुबनी | 412 |
पूर्वी चंपारण | 435 |
दरभंगा | 377 |
बक्सर | 187 |
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