KK Pathak News: बिहार में इन दोनों शिक्षा विभाग की तरफ से पत्र जारी होना बंद हो गए हैं। नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ जब तक खड़े थे। तब तक शिक्षा विभाग में केके पाठक का जलवा देखते बनता था।
हालांकि नीतीश कुमार के एनडीए के साथ दोबारा जुड़कर सरकार बनाने के बाद से अब तक के के पाठक की तरफ से कोई आदेश पत्र जारी नहीं हुआ है। यही वजह है कि शिक्षकों के मन में यह सवाल उबाल मार रहा है कि केके पाठक किस तरह से बिहार को चलाएंगे?
केके पाठक कैसे चलाएगा शिक्षा विभाग?
शिक्षकों के मन में यह सवाल है कि केके पाठक शिक्षा विभाग का भार कैसे संभालेंगे। क्या इस तरह से शिक्षकों के ऊपर खड़े निगाह रहेंगे? या फिर शिक्षकों के प्रति उनका रवैया बदलेगा।
खबरों की माने तो केके पाठक अपने विभाग फैसले के लिए हमेशा से जाने गए हैं। हालांकि एनडीए में नीतीश कुमार के जाने के बाद से अब तक पत्र जानी नही होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि केके पाठक खामूश रहने वाले हैं।
KK Pathak News: शिक्षकों के प्रति केके पाठक का रवैया
केके पाठक का शिक्षकों के प्रति रवैया हमेशा ही सख्त रहा है। शिक्षा विभाग में क्रांति लाने वाले क पाठक अपने विभाग फैसले के लिए हमेशा से जाने जाते हैं। केके पाठक के बिहार में आने के बाद से अब तक बिहार के शिक्षा विभाग में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की देखने को मिली है।
2022 से अब तक बिहार के शिक्षा में सबसे ज्यादा सुधार देखने को मिला है। केके पाठक के इस रवैया से बिहार शिक्षा में क्रांति आई है। बिहार में शिक्षा सुधार से बिहार वासियों के जबान पर भी के के पाठक का नाम सबसे पहले आता है।
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