Bihar Politics: बिहार में एक बार फिर से सियासी घमासान शुरू हो गया है। लालू और नीतीश के अलग होने की खबर सामने आने लगी हैं। हालांकि इस बात को हवा तब मिल गई जब हिंदुस्तान मोर्चा पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का बयान सामने आया।
हालांकि बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर आपस में तनातनी हो सकती है लेकिन यह बात सामने बिल्कुल भी नहीं आई है कि दोनों में तनातनी किस बात से है। जबकि जीतन राम मांझी ने कहा था। नीतीश कुमार एक बार फिर से एनडीए ज्वाइन करना चाहते हैं। ऐसा उन्होंने तब कहा जब जेडीयू नेता लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नीतीश कुमार से मिलने उसके बंगलो पर पहुंचे।
Bihar Politics: लालू नीतीश में बन गई बात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए लालू यादव और तेजस्वी यादव काफिले के साथ गए थे। आपस में मिलकर उन्होंने मंत्रिमंडल का विस्तार किया और मंत्रियों का फेरबदल किया इसके लिए मंत्रालय द्वारा पत्र भी जारी किया।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व में रहे शिक्षा मंत्री रहे प्रो0 चंद्रशेखर को दूसरा विभाग थमा दिया गया है। आलोक कुमार मेहता को बिहार का शिक्षा मंत्री बनाया गया है। और चंद्रशेखर राव को गन्ना उद्योग विभाग का कार्यभार सोपा गया है जबकि ललित यादव को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग और अभियंत्रण विभाग का कार्य सोपा गया है।
2024 में मिलकर लड़ेंगे चुनाव
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों अपने विधायकों को पटना में ही रहने का आदेश दिया था जिसको लेकर अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग तर्क निकल रही थी। जबकि बात कुछ भी नहीं थी। नीतीश कुमार अपने कार्य क्षेत्र में तब्दीलियां करना चाहते थे और उन्होंने किया भी।
आपको बता दें कि लालू और नीतीश 2024 लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे और बिहार में ही नही बल्कि पूरे देश में इंडिया गठबंधन एकजुट के साथ चुनाव लड़ेगी। भरोसा न्यूज़ से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद!
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