Salary Report: बिहार के स्कूलों में शिक्षकों की अनुपस्थिति में गिरावट आई है। बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के रवैया ने स्कूली शिक्षकों में डर का माहौल बना दिया है। यही वजह है कि स्कूल से बिना अनुमति गायब रहने वाले शिक्षकों की अनुपस्थिति में गिरावट देखने को मिली है।
पिछले 6 महीने से प्रत्येक दिन स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। 40000 से अधिक स्कूलों के निरीक्षण में लगभग 14000 से ज्यादा शिक्षकों का वेतन काटा गया है। निरीक्षण रिपोर्ट के मुताबिक, स्कूली शिक्षक स्कूल में अब बिना बताए कहीं नहीं जा रहे हैं।
निरीक्षण के चलते हुआ सुधार।
जुलाई 2023 से शुरू हुए निरीक्षण में स्कूलों में सुधार देखने को मिला है। पिछली रिपोर्ट और इस रिपोर्ट की माने तो पहले शिक्षकों की संख्या लगभग 500 के करीब था जो बिना किसी वजह के स्कूल से बाहर रहते थे।
हालांकि 5 जनवरी को जारी हुए रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि अब बिहार के 40,000 स्कूलों में अब शिक्षकों द्वारा कोई गलती नहीं की जा रही है। हालांकि अभी भी कई ऐसे शिक्षक हैं जिन्हें इस बात का बिल्कुल डर नहीं है और 100 से अधिक शिक्षक हर महीने का नजर आते हैं।
इस जिले में सबसे ज्यादा शिक्षक रहते हैं गायब
जारी रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है की सबसे ज्यादा नालंदा जिला से 23 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं। दरभंगा जिला से 12 और शेखपुरा जिला से 10 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं। आपको पता है कि अनुपस्थित शिक्षकों का पति दिन का वेतन शिक्षा विभाग की आदेश पर चलती क्या जाता है।
हालांकि रिपोर्ट से इस बात का भी खुलासा हुआ है कि बारा जिला ऐसे भी हैं जहां पर शिक्षकों की अनुपस्थिति शून्य है।
Salary Report: इतने शिक्षकों का कटा वेतन
जुलाई 2023 से लेकर अब तक नालंदा जिले से 2693 शिक्षकों के वेतन कटे हैं। जबकि, नालंदा में 1789, सारण में 1291, औरंगाबाद में 1014 और सुपौल में 717 शिक्षकों के वेतन काटे गए हैं।
भोजपुर खगड़िया और मुजफ्फरपुर सहित 9 और जिलों में एक भी शिक्षकों का वेतन नहीं काटा गया है। जबकि शिवहर और पूर्णिया में पांच-पांच शिक्षकों का वेतन काटा गया है।
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