Salary Hike: केन्द्रीय कर्मचारियों को एक और खुशखबरी मिली है। साल 2023 में हुए 8 फीसदी डीए वृद्धि के बाद नए साल 2024 में भी एक साथ कई बड़े तोहफे मिलने के इमकान हैं। आपको बता दें इसमें महंगाई भत्ता, हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रैवल अलाउंस TA और फिटमेंट फैक्टर शामिल है।
हालांकि महंगाई भत्ता AICPI इंडेक्स के छमाही आंकड़ों पर निर्भर करेगा और इसके बाद ही महंगाई भत्तों में इजाफा देखने को मिल सकता है। संभावना तो यह भी है कि लोकसभा चुनाव से पहले लंबे समय से उठ रही कर्मचारियों की फिटमेंट फैक्टर की मांग को पूरा करते हुए इसे बढ़ाया जा सकता है। हालांकि अधिकारिक तौर पर इस्की पुष्टि होना अभी बाकी है।
साल की शुरुआत में होगी सौगातों की बौछार
डिजिटल मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, लोकसभा चुनाव से पहले केन्द्र की मोदी सरकार कर्मचारियों को खुश करने के लिए फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) पर कोई बड़ा फैसला ले सकती है। वर्तमान में 7वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 2.57 गुना है। और बेसिक सैलरी 18,000 है।
कर्मचारी संगठन लगातार इसे 3.68 फीसदी बढ़ाने की मांग पर अड़े हुए हैं। ऐसे में कयास यह भी लगाए जा रहे हैं, कि नए वर्ष में सरकार 7वें वेतन आयोग (7th pay commition) के तहत ही इसे 2.57 से बढ़ाकर 3.00 फीसदी कर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो मूल वेतन 18,000 से बढ़कर 21,000 हो जाएगी और अगर यह 3.68 फीसदी बढ़ता है तो सैलरी 26,000 हो जाएगी।
Salary Hike: कितनी होगी वेतन वृद्धि?
केंद्रीय कर्मचारियों की वेतन तय करते समय, भत्तों के अलावा (डीए, टीए और एचआरए) मिलाकर कर्मचारी की मूल वेतन को 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission latest update) के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है
उदाहरण के तौर पर, यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी का मूल वेतन 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा।
3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी 21000 X 3 = 63,000 रुपये होगी।3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा। वही अलग अलग लेवल के कर्मचारियों की सैलरी में अलग अलग वृद्धि होगी। हालाँकि आंकड़े में बदलाव भी संभव है।
फिटमेंट फैक्टर बढ़ने के फायदे!
दरअसल, 7वें वेतन आयोग में जो Pay matrix बने हैं, वे Fitment factor पर आधारित है। ऐसे में कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी में फिटमेंट फैक्टर का अहम रोल माना जाता है। इस फैक्टर के कारण ही केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में करीब ढाई गुना से अधिक की बढ़ोतरी होती है।
लंबे टाइम से केन्द्र के कर्मचारी फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने की मांग कर रहे है। वो इसलिए कि बेसिक सैलरी में इजाफा हो सके। इससे पहले सरकार ने 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने का काम किया था। और इसी साल 2016 से 7th pay commission को भी लागू किया गया था। जिसके बाद कर्मचारियों बेसिक सैलरी 6,000 से बढ़कर 18,000 हो गई थी।
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